#घनघोर_इश्क़ 😘❣️
बहुत ख़ूब-सूरत हो तुम, बहुत ख़ूब-सूरत हो तुम
कभी मैं जो कह दूँ मोहब्बत है तुम से
तो मुझ को ख़ुदारा ग़लत मत समझना
कि मेरी ज़रूरत हो तुम
बहुत ख़ूब-सूरत हो तुम
है फूलों की डाली पे बाँहें तुम्हारी
हैं ख़ामोश जादू निगाहें तुम्हारी
जो काँटे हूँ सब अपने दामन में रख लूँ
सजाऊँ मैं कलियों से राहें तुम्हारी
नज़र से ज़माने की ख़ुद को बचाना
किसी और से देखो दिल मत लगाना
कि मेरी अमानत हो तुम
बहुत ख़ूब-सूरत हो तुम...
बहुत खूबसूरत हो तुम....
बहुत खूबसूरत हो तुम..
जो बनके कली मुस्कुराती है अक्सर
शब-ए-हिज़्र में जो रूलाती है अक्सर
जो लम्हों ही लम्हों में दुनिया बदल दे
जो शायर को दे जाए पहलू ग़ज़ल के
छुपाना भी चाहे छुपाई ना जाए
भूलना भी चाहे भुलाई ना जाए
वो पहली मुहब्बत हो तुम
बहुत खूबसूरत हो तुम....
बहुत खूबसूरत हो तुम....
~ताहिर फ़राज
#घनघोर_इश्क़ ❣️
©Janardan Kumar®™
साभार

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